किस्सा
ये किस्सा भी अजीब है,
तेरा मिलना मेरा नसीब है,
तेरी मुस्कुराहट जैसे सुबह की धूप है,
मेरे लबो की बात तुम तक पहुंचे,
ये मेरे दिल का फितूर है,
ये किस्सा भी अजीब है ।
मिलने बिछड़ने की रीत है,
मैं सरगम और वो गीत है,
हम दोनो के बीच न जाने कितनी जंजीर है,
ये रूठने मनाने की प्रीत है,
ये किस्सा भी अजीब है।
ड़ीज़िटल ज़िन्दगी ब्लॉक अनब्लॉक का खेल है,
तेरा लास्ट सीन देख के ही दिल को चैन है,
तेरी फोटो को रोज देखकर ही सुकुन है,
मेरी सांसो को पता है तू पास नहीं दूर है,
और हमारा मिलना भी करीब है,
ये किस्सा नहीं स्नेह के गीत है ।
βαβitα💕
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