स्नेह💕

💕💞 

कुछ अधुरा है तेरे बिना, 
मेरा कुछ तो छूटा है तेरे यहा,
न पता कब मिलन हो तुझसे,
पर आज अवाज़ सुनी ,
तो लगा तू भी अधूरा है मेरे बिना,
तेरे हांथो की कोमलता,
जब मेरे हांथो पे पड़ी थी,
लगता है जैसे वो सुकुन की घड़ी थी,
तेरी आंखे जब निहारती  थी मुझे,
मेरी धड़कने टटोलती थी  तुझे,
तेरा मुझको आलिंगन मे भरना,
मानो स्नेह रूपी झरने का बेहना,
हम दोनो का यू  तड़पना,
जैसे बीन बादल का बरसना,
तेरी यादे हर रोज छू जाती है मुझे,
हर दिन एक साल लगे है मुझे,
ये स्नेह है बस मेरा तेरे लिए  ।
 
Babita 💕

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