स्वयं को खोकर जीना, बहुत कठिन है, क्यूंकी आप भीड़ मे रह कर भी अकेले होते है, होठो की हंसी सबको दिखती है, पर आँखो की नमी किसी को नहीं, क्यूंकी हम मतलबी हो गए है,
βαβitα💕
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